रावण दहन: कहाँ देखें, ट्रैफिक प्लान और भव्य आयोजन | Newsrpt.com

रावण दहन: एक ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक

दशहरा के अवसर पर रावण दहन का आयोजन पूरे भारत में धूमधाम से किया जाता है। यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। हर साल, हजारों लोग रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के विशाल पुतलों को जलते हुए देखने के लिए एकत्रित होते हैं।

मुंगेर में रावण दहन: बिहार के मुंगेर में दशहरे पर होने वाला रावण वध एक बड़ा आकर्षण है। यहाँ न केवल मुंगेर जिले से, बल्कि खगड़िया, बेगूसराय, लखीसराय और पटना जिले के मोकामा अनुमंडल से भी लोग आते हैं। राजा महाराज के गढ़ किला मुंगेर के पास आयोजित यह कार्यक्रम एक ऐतिहासिक विरासत का प्रमाण है। प्रशासन ने भीड़ और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक प्लान जारी किया है।

शेरघाटी में रावण दहन: गया के शेरघाटी शहर के रंगलाल हाई स्कूल के मैदान में रावण दहन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस बार रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के विशाल पुतलों पर लगभग दो से ढाई लाख रुपये खर्च किए गए हैं। पुतलों को आकर्षक बनाने के लिए रंग-बिरंगे कपड़े, लाइटिंग और आतिशबाजी का विशेष ध्यान रखा गया है।

रावण दहन देखने जाने से पहले:

  • स्थानीय ट्रैफिक प्लान की जानकारी लें।
  • सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
  • आयोजन स्थल पर समय से पहले पहुंचें।

रावण दहन एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक आयोजन है जो हमें बुराई से लड़ने और अच्छाई का मार्ग अपनाने की प्रेरणा देता है। Newsrpt.com आपको रावण दहन के आयोजनों की जानकारी देता रहेगा।

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